ब्रोंकाइटिस ! जुट जाएँ उपचार में
इस रोग में वायु-नली में सुजन हो जाना, आम बात है | फेफड़ों में जाने वाली वायु – नली में जब बड़ी नलिकाओं का प्रभाव पड़ता है तो ब्रोंकाइटिस रोग हो जाता है |
वायु-नली से जब बारीक नलिकाएँ प्रभावित होती हैं तो उसे ब्रोको-निमोनिया कहा जाता है | यह अधिक खतरनाक है | दोनों रोगों के लक्षण हैं (1) खांसी रहना, (2) ज्वर चढ़ना, (3) छाती में घुटन बनी रहना, (4) पुरे शरीर में अकडन |
यदि ब्रोको-निमोनिया है तो इस रोग के बढ़ने से कुछ और लक्षण उपस्थित हो जाते हैं
हाथ-पॉंव व चेहरा नीला पड़ना
शरीर थका-थका मृत-सा रहना
जिह्वा पर चिपचिपापन आ जाना
खून अशुद्ध काला सा हो जाना
त्वचा खुश्क हो जाना
इन रोगों में बलगम सुखी रहती है | उखड़ती नहीं | फिर थोड़ी गीली होने लगती है | चिपचिपापन ला देती है | उखाड़नी मुश्किल |
कुछ घरेलू उपचार
थोडा धीरज रखना पड़ता है | लाभ जरुर होता है |
सर्दी लगने से अपना पूरा बचाव करें | रात सोने से पूर्व जुशौंदा (दुशांदा) अवश्य बनाकर एक कप पी लें |
तारपीन के तेल से फायदा होगा | इससे छाती की मालिश करें |
घी गर्म करें | चुटकी भर केसर डालें | इससे छाती की मालिश करें |
गर्म-गर्म दूध का एक गिलास लें | इसमें दो चुटकी केसर डालकर पी लें | काफी आराम मिलेगा |
गर्म पानी लें | नींबू निचोड़कर गुनगुना ही पी लें | यह रोगों से लड़ने की क्षमता पैदा कर देगा | आप आराम महसूस करेंगे |
सोयाबीन को अंकुरित कर या भिगोकर नर्म कर, थोडा कूट-पीस लें | इसमें शहद मिलाकर खाएँ | आराम पा लेंगे |
एक चम्मच शहद तथा आधा चम्मच लहसुन का रस मिलाकर चाट लें | प्रतिदिन दो खुराक | आराम आता जाएगा |
मुलट्ठी का पाउडर, सुहागा खिला हुआ, क्रमश: एक छोटा चम्मच तथा चौथाई छोटा चम्मच लें | एक बड़े चम्मच शहद में दोनों को मिलाकर धीरे-धीरे चाटें | एक ही दिन में ऐसी तीन खुराकें | दो ही दिनों में आराम पा लेंगे |
गर्म पानी में नामक डालकर भाप लेने से भी आराम मिलेगा |
चाहे तो गर्म पानी में लौंग के तेल की तीन बूंद डालकर भाप लें | इनमें से कोई भी भाप वाला उपाए करें | पुदीना के सत्व को डालकर भी भाप लेना उपयोगी होता है |
बेशक ब्रोंकाइटिस के दौरे बहुत कष्टदायक होते हैं, फिर भी प्रयत्न कर इन पर काबू पा सकते हैं | आप अपने चिकित्सक की भी सलाह लेकर उपचार चुन सकते हैं |
Bronchitis! Go Ahead Treatment
In this disease, inflammation of trachea grow is common. The air in the lungs – has the effect of the tube when the large vessels disease is bronchitis.
When the trachea is affected if the fine Nlikaaa Broco-called pneumonia. It is more dangerous. Both are symptoms of diseases (1) to be coughing, (2) fever climb, (3) continue to be suffocated in the chest, (4) the entire body starchiness.
If the disease progresses, some of Broco-pneumonia if symptoms are present and
- Ponv hands and face blue fall
- Body fatigue remain deathlike
- Come on tongue viscosity
- Be unclean blood blackish
- Skin become dry
- These diseases are happy mucus. Ukdti not. Then starts a little wet. Viscosity is bringing. Ukhadni difficult.
- Some home remedies
- Has to take some patience. Would definitely benefit.
- Protect your entire being cold. Jusunda night before going to bed (Dushanda) by making sure drink a cup.
- Will benefit from turpentine oil. This chest massage.
- Ghee. Add a pinch of saffron. This chest massage.
- Take a glass of hot milk. Two pinch saffron drink. Get enough rest.
- Take warm water. Only drink lukewarm lemon juice. This will create the ability to fight diseases. You will feel comfortable.
- Soybean sprout or soak up soft, little pseudo-grind. Eat it with honey. Will find rest.
- A teaspoon of honey and half a teaspoon of garlic juice and lick. Two doses per day. Will do the rest.
- Multti powder, borax bloom, respectively, take a teaspoon and ¼ tsp. One tablespoon of honey combined lick slowly. Three doses in a single day. Will find rest in two days.
- Pour the warm water vapor will take the rest.
- Regardless of clove oil in hot water, add three drops of steam it. None of these measures with the steam. Steam also helps to get the add peppermint extract.
- Of course there are very painful attacks of bronchitis, but these efforts can overcome. You can choose your doctor’s advice about treatment.