उलटियां रोकने के सरल घरेलु उपचार
उल्टियाँ आने के कारण तथा उपचार इस प्रकार है –
- जी मिचलाने से भी उलटी आ जाती है |
- जिसे अम्ल पित्त की तकलीफ हो, उसे भी उलटी आ जाती है |
- पाँव भरी होने पर भी उलटी आ जाती है | सामान्य उलटी हो तो कोई बात नहीं, अधिक उल्टियाँ आएं तो उपचार जरूरी |
- यदि आप यात्रा में हैं तो अपनी जेब से दो चार लौंग तथा थोड़ी मिसरी लें |
- इसे चूसने से आराम मिलेगा |
- नींबू काटें | इस पर नमक तथा पिसी चीनी लगाएं , चूसें | आरामं मिलेगा |
- पुदीने का रस भी उलटी रोकता है |
- दो लौंग पीसकर मिसरी के एक छोटे चम्मच में मिलाकर गर्भवती स्त्री को खिलाएं , आराम मिलेगा |
- यदि उल्टियाँ पाचन क्रिया बिगड़ जाने के कारण हो तो एक हिस्सा नारंगी का रस, तीन जिससे पानी में मिलाकर पिलाने से पाचन किर्या भी सुधर जाती है |
अम्ल पित्त के कारण उल्टियाँ :-
- एक कटोरी दही लें| एक प्याज बारीक काट कर दही में डालें | रोगी को खिलाएं दिन में दो बार |
- जीरा एक हिस्सा, धनिया भी एक हिस्सा | दोनों को पीसे | इसे रख लें , मिसरी के पौडर के साथ एक एक चम्मच रोगी खाए | आराम आता जाएगा |
- एक कप गर्म पानी में अध नींबू निचोड़ें व एक चम्मच शहद डालें | इसे मिलाकर रोगी को पिलाएं |
- आवलें का चूरन एक बड़ा चम्मच एक ही चम्मच पिसी मिसरी | इन्हें मिलें | रोगी को खिलाकर उपर से गुनगुना पानी पिला दें | उल्टियाँ नही रहेगी | इन कुछ उपयों में से जो आप आसानी से अपना सकें, उन्हें ही अपनाएं|