शिवलिंगी
शिवलिंगी का नाम अपने आप में प्राकृतिक शक्ति का प्रतीक लगता है । यह वः बूटी है जिसे प्रकृति ने ही जन्म दिया है । इसकी खेती की आवश्यकता नहीं होती ।
गुण तथा लाभ
जिस किसी नारी की संतान जन्म लेकर मर जाती हो उसके लिए –
शिवलिंग 27 बीज
जटामासी गजकेशर छ: – छ: ग्राम ।
इन को लेकर खूब अच्छी तरह से कूट-पीस लें फिर इनकी टिकिया बनाकर और 27 बीजों के तीन भाग कर काली कपिला, गौ के दूध में खीर बनाए, उसमें गौ का घी, मिश्री मिलाकर एक भाग बीज और एक टिकिया डालें । मासिक धर्म होने के पश्चात् जब नारी पवित्र हो स्नान करे तो उसी दिन उसे यह खीर खिला देनी चाहिए । यदि उस दिन सोमवार हो तो शिवजी का व्रत रखकर पूजन करें ।
इससे नारी की मनोकामना पूरी होगी ।
Shivlingi
Shivlingi name itself seems to symbolize the natural power. This herb commodities which nature has given birth. Its cultivation does not require.
Properties and Advantages
Born the son of a woman would have died for him –
Shivling 27 seeds
Nard Gajkeshr six – six grams.
Grind well all over the plot and then making their cake to three of 27 seeds Black Kapila, cow’s milk pudding made from the cow ghee, sugar candy and a cake together, enter a portion seed. After menstruation the women bathe in the holy day should be feeding him rice pudding. So if Monday that by observing the worship of Shiva.
This woman’s desire will be fulfilled.