आमला : अमली, आमल्की जैसे इसके अनेक नाम हैं |
लाभ
आमले का वृक्ष काफी बड़ा होता है | देखें नीचे आमले के वृक्ष के चित्र को | गुणकारी आमला कच्चा भी खाया जाता है | इसका मुरब्बा तथा अचार दोनों ही स्वाद के रूप में खाए जाते हैं | आमले की तासीर ठंडी होती है |
मुरब्बा खाने से दिल के रोगों को आराम मिलता है तथा बुद्धि तीव्र होती है |
आमले का रस दिल की धड़कन को ठीक करता है तथा पेट रोगों के लिए लाभकारी है |
जो लोग मरदाना कमजोरी का शिकार हैं, उन्हें दो आमले (मुरब्बे के ) सुबह दो रात को गाय के दूध के साथ एक मास तक सेवन करना चाहिए | इससे वीर्य गाढ़ा होता है, जिससे खीँची हुई शक्ति वापस आ जाती है | निरंतर आमले का सेवन करने वाले नर-नारी कभी बूढ़े नहीं होते |