आत्मविश्वास में कमीं न आने दें
- मानसिक तौर पर स्वस्थ रहने के लिए भी आत्मविश्वास की जरूरत होती है | विपरीत हालात होते हुए भी वह सुखी रह जाएगा | भागमभाग की दुनिया में भी वह सुखी रह सकता है | चिंता तथा तनाव से बचकर चलना आज बहुत कठिन है | निराशावादी होंगें, आत्मविश्वास में कमी होंगी तो और भी मुश्किल |
- शरीर तथा मन का घनिस्ट सम्बन्ध है | जो मन से प्रसन्न होगा उसका शरीर भी स्वस्थ बना रहेगा |
- स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन वास करता है | अतः शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य दोनों एक दुसरे पर निर्भर रहते है | दोनों एक दुसरे के पूरक है |
- यदि कोई व्यक्ति मानसिक रूप से अस्वस्थ रहेगा तो उसके शरीर का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रह सकता |
मानसिक स्वास्थता पाने के कुछ मूल मन्त्र :-
- आत्मविश्वासी होना तो पहली शर्त है ही |
- व्यक्ति जिस भी हाल में हो, प्रसन्न रहने का प्रयत्न करें |
- जो व्यक्ति अपने वर्तमान से संतुष्ट है, वह मानसिक तौर पर भी संतुष्ट व् स्वस्थ बना रह सकता है |
- जो भी कार्य हाथ में हो उसे पूरी जिमेदारी से करें | आपकी कर्तव्यनिष्ठा कभी खाली नहीं जाएगी | प्रक्रति सहायक होगी |
- स्वास्थ्य सम्बन्धी सभी नियमों को आवश्यक मानकर इनका पालन करें |
- जो व्यक्ति मानसिक तौर पर असंतुष्ट रहेगा, उसका स्वास्थ्य भी बिगड़ जाएगा | अत संतुष्ट रहने की हर कोशिश करें ताकि शरीर भी स्वस्थ हो सके |
- जो लोग खुलकर हँसते हैं उनके चेहरे पर मायूसी नहीं ख़ुशी तथा लाली झलकती है | हँसने से सभी रोग शांत होते है| मन तथा शरीर दोनों खिले रहते है |
- हमारा जीवन बोझ नहीं | इश्वर का दिया वरदान है | इसे वरदान समझते हुए ही आशा भरा जीवन व्यतीत करना चाहिए |
- आत्मविश्वास हमारें स्वास्थ्य का एक मजबूत स्तंभ है | इसे बनाएं रखें | डगमगा जाएगा तो मन शांत नहीं रहेगा |
- इन कुछ बातों को अपना कर हम स्वस्थ रह सकते हैं |