बच्चों का दस्त रोग
Diarrhea, Reasons, Symptoms, Causes
परिचय:-
मां के दूध में यदि किसी प्रकार से दोष उत्पन्न हो जाता है तो उस दूध को पीने से बच्चे को अनेकों प्रकार के रोग हो जाते हैं।
बच्चे को दस्त होने का कारण–
जब मां के दूध में दोष उत्पन्न होने पर बच्चा वह दूध पीता है तो बच्चे को दस्त हो जाते हैं।
बच्चे के पेट में गर्मी हो जाने के कारण भी बच्चे को दस्त हो जाते हैं।
बच्चे को दस्त उस समय भी हो सकते हैं जब उसके दांत निकलते हैं।
वैसे बच्चे के अधिकतर रोग मां के दूध में पौष्टिकता की कमी आ जाने के कारण होते हैं। इसलिए बच्चे का इलाज करने के साथ-साथ मां का इलाज भी करना चाहिए।
बच्चे के दस्त होने का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार–
बच्चे के दस्त रोग को ठीक करने के लिए सौंफ के चूर्ण को पानी में अच्छी तरह भिगोकर उसमें बेलगिरी मिलाकर बच्चे को पिलाने से बच्चे के हरे, पीले तथा लाल दस्त होना बंद हो जाते हैं।
5 से 10 ग्राम अनार के छिलकों को सुखाकर चूर्ण बना लें। फिर इस चूर्ण को शहद में मिलाकर बच्चे को दिन में थोड़ी-थोड़ी सी मात्रा में चटाने से बच्चे को दस्त आना बंद हो जाते हैं।
2-3 ग्राम बेल के गूदे को दिन में 2-3 बार बच्चे को खिलाने से बच्चे को दस्त आना रुक जाते हैं।
1 चौथाई जायफल के चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ दिन में 2-3 बार बच्चे को चटाने से बच्चे को दस्त आना बंद हो जाते हैं।
बच्चे की मां को अपने दूध की पौष्टिकता बनाए रखने के लिए प्राकृतिक चिकित्सा से अपना उपचार कराना चाहिए। इस प्रकार से बच्चे तथा उसकी मां का इलाज प्राकृतिक चिकित्सा से करने से बच्चे को दस्त आने का रोग कुछ ही समय में ठीक हो जाता है।