दुग्धज्वर तथा स्तन में जलन होना
(Secretion of milk from the breasts, Breast Burning)
Breast Discharge-Symptoms, Reasons, Causes
परिचय:-
इस रोग से पीड़ित स्त्री के बच्चे के जन्म बाद स्तन भारी होकर तन जाते हैं और उनमें से दूध निकलने लगता है तथा उसके स्तन में सूजन पड़ जाती हैं। इस रोग के कारण स्त्री के स्तनों में दर्द होने लगता है, बुखार हो जाता है और उसके सिर में दर्द होने लगता है। गर्भवती स्त्री को यह सब ठंड लगने के साथ-साथ होता है। इस रोग के हो जाने के कारण स्त्री के स्तनों में जलन भी होने लगती है। इस रोग के कारण स्तन में दूध भी जम जाता है।
दुग्धज्वर तथा स्तन में जलन होने का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार:-
इस रोग का उपचार करने के लिए सबसे पहले शिशु से दुग्धपान (दूध पिलाना) करना चाहिए, जिसके फलस्वरूप यह रोग अपने आप ही ठीक हो जाता है।
स्तन से दूध को निकालने के लिए रबर पम्प का उपयोग करना चाहिए। इस रबर पम्ब के द्वारा दूध को स्तन से खींचकर बाहर निकाला जाता है जिसके परिणामस्वरूप यह रोग ठीक हो जाता है।
इस रोग को ठीक करने के लिए स्त्रियों के स्तनों पर गर्म पानी से सिंकाई करनी चाहिए या फिर उस पर भीगे कपड़े की ठंडी पट्टी का लेप करना चाहिए जिसके फलस्वरूप यह रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।