मेहंदी
मेहंदी का वृक्ष मध्यम कद का होता है | इसमें कोई फल नहीं लगता बल्कि इसके पत्ते ही काम आते हैं, यह प्राकृतिक रूप से अधिक पैदा होता है | आजकल कुछ लोगों ने धन कमाने के लिए मेहंदी के बाग़ भी लगा लिए हैं, इसका कारण यह है कि मेहंदी की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है |
लाभ क्या है ?
मेहंदी को पीसकर पानी में भिगोकर इस को हाथ-पांव पर लगाने से शरीर की गर्मी दूर हो जाती है |
आँख के रोगों के लिए
मेहंदी की पत्ती को एक पोटली में डालें, उसी में कथा सुपारी के बारीक टुकड़े फिटकरी, कपूर सबको इसी पोटली में बंद कर पानी में भिगोकर एक-एक कतरा आखों में टपकाएं | इससे आखों की लाली दूर हो जाती है और अन्य आँख रोग भी दूर हो जाते हैं |
नकसीर आने पर मेहंदी की पत्ती पानी में पीसकर पांव के तलवों पर
लगाने से नकसीर (खून) आना बंद हो जाता है |
मेहंदी 20 ग्राम, सफेद इलायची पांच नग, मिश्री 5 ग्राम इन सब को मिलाकर घोट के पीस लें फिर छानकर पी जाएं.10 दिन तक सेवन करते रहने से प्रमेह रोग ठीक हो जाता है |
Henna
Henna tree is of medium height. It does not bear any fruit, but its leaves are meant to serve, it arises naturally more. Nowadays some people to make money and have put henna garden too, because the henna demand is increasing day by day.
What is the benefit?
Grind the henna on hands and feet soaked in water to locate the ends of the body heat.
Eye diseases
Put a packet of henna leaf, areca fine pieces in the same narrative alum, camphor off all soaked in water in the bundle in one strand eyes dropped. Redness of the eye and other eye diseases ends are cured.
Henna powder in the water on the leaf of hemorrhage on the soles of the feet applying hemorrhage (bleeding) stops come.
Henna 20 grams, five pieces of white cardamom, sugar and 5 grams of gagged Grind all together to drink again 10 days after filtering consumed by the discharge cures.