Category: Herbal Medicine Plants
Prickly Ash: Xanthoxylum Part used: Bark and berries Stimulant, tonic, alterative, sialagogue As a stimulant in languid states of the system. Has proved effective in paralysis of the tongue …
पिटवन यह बूटी अधिकतर बंगाल, असम, त्रिपुरा, सिकिक्म, भूटान में अपने-आप यानि प्राकृतिक रूप से पैदा होती है । इसके पत्ते गोल होते हैं । उनका रंग नीला तथा …
निसीत निसीत हमें कई रंगों में उपलब्ध होती है । 1. सफ़ेद 2. श्याम 3. लाल 4. काली सफेद निसीत की बेल जंगलों में होती है । इस पर …
जूही संस्कृत नाम – थूकि जूही एक प्रसिद्ध जड़ी है । बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि जूही का कोई पौधा नहीं होता बल्कि यह एक …
क्सौदा इसका पौधा धरती से दो-तीन फुट ऊंचा होता है, इसकी पत्तियां जामुन की पत्तियों जैसी ही, उसी आकार की होती हैं । इसकी कोई फसल नहीं बोई जाती …
पाढ़ पाढ़ कोई वृक्ष या पौधा नहीं बल्कि एक बेल होती है | इसके कोने में से सफेद और सूक्ष्म मोर के समान फुल निकलता है | इसके पत्ते …
Poke Root: Phytolacca decandra Part used: Root Alterative, resolvent, deobstruent, detergent, antisypilitic, antiscorbutic Tender leaves in early spring make excellent greens. Tones up the whole system. The root makes …
Pleurisy: Asclepias Tuberosa Part used: Root Expectorant, carminative, tonic, diuretic, diaphoretic, relaxant, antispasmodic Valuable in pleurisy. Excellent for colds, flu, bronchial and pulmonary ailments. Very useful in scarlet fever, …