Author: Jaswinder Singh
गुलदाऊदी (पीले फुल वाली) गुलदाऊदी के फुल ख़ुशी के अवसरकी सोभा बढ़ाते हैं | इस पौधे का मानव जीवन में कोई अधिक उपयोग नहीं | यह अधिकतर अतर बनाने …
राल (तार्पीन) संस्कृत नाम – सर्जरस यह पौधा, पहाड़ी क्षेत्रों की तलहटी में पैदा होता है | इसका जन्म प्राकृतिक रूप से होता है | इसकी तासीर ठंडी और …
चमेली संस्कृत नाम – ज्ञाती चमेली अपने फूलों के कारण काफी लोकप्रिय है, इसका पौधा छोटा सा ही होता है | पते हरे, फुल सफ़ेद होते हैं | इसके …
अतिविषा यह चिरआयु वाला पौधा होता है | इसकी लंबाई करीब 30 से.मी. लेकर 100 से. मी. तक होती है | इस पर नीले रंग के फुल आते हैं …
अशोक संस्कृत नाम – हेमपुष्प, ताम्र, पल्लव अशोक के वृक्ष, मध्य एवं पूर्वी हिमालय, बंगाल तथा दक्षिण भारत में आशिक पाए जाते हैं | प्राकृतिक रूप से पैदा होने …
गुलाब संस्कृत नाम – तरुणी, श्यमत्री, दुब्जक गुलाब का पौधा भी छोटा ही होता है | फूलों का राजा कहा जाने वाला गुलाब का फुल सबके ही मन …
मोंगरा संस्कृत नाम – वार्थिक, मल्लिका मोंगरे का पौधा छोटे कद का होता है | इस पर लंबे-लंबे हरे रंग के फल लगते हैं | जिन्हें मुंगरे की फलियां …
सेवती संस्कृत नाम – तरुगी, शत्रपत्री कुब्ज हिंदी – सदागुलाब, सेवती, गुलोचगुणता सेवती की वृक्ष छोटे कद का तथा सुंदर होता है | इसके फल अथवा …