Author: Jaswinder Singh
शतावरी शतावरी का रस निकालकर घावों पर लगाने से हर परकार के घाव एक सप्ताह में भर जाते हैं । विषैले पदार्थों का जहर जिन लोगों को विषैली पदार्थों …
पोई पोई की पहचान एक बेल के रूप में की जाती है । पोई हमें कई आकारों में मिलती है । यह कोई फसली पौधा नहीं, बल्कि प्रकृतिक रूप …
रुद्रवन्ती यह बूटी एक बेलके आकार में धरती पर बिछी रहती है । इसकी डंडी लाल रंग की होती है । पत्ते हरे और छोटे चने जैसे होते हैं …
सनाय गुण तथा लाभ सनाय के पत्ते मेहंदी के पत्तों की भांति होते हैं । इनमें और उनमें अंतर इतना ही होता है कि सनाय के पत्ते आकार में …
अडूसा वृक्ष यह छोटे कद का एक प्राकृतिक पौधा है जो अधिकतर जंगलों तथा खुले मैदानी क्षेत्रों में पाया जाता है । अडूसा के पत्ते हरे तथा काफी लंबे …
धतुरा धतूरे का पौधा अधिक बड़ा नहीं होता | यह दो रंगों में देखा जा सकता है । (1) काला (2) सफेद । इन पर काले और सफेद फुल …
सिताव इन वृक्ष की पत्तियां छोटी-छोटी होती हैं । कद लंबा होता है । यह प्राकृतिक रूप से खुले क्षेत्रों में पैदा होता है । गुण तथा लाभ खांसी, …
पीपल पीपल का वृक्ष बहुत ही बड़ा होता है । इस वृक्ष और बरगद के वृक्ष का आकार आपस में करीब मिलता है । दोनों के पत्तों में अंतर …