“Rosewood (शीशम)” medicinal uses in Ayurveda

शीशम

sheshamबड़ के वृक्ष को भांति ही शीशम का पेड़ भी काफी बड़ा होता है । परंतु इन दोनों के पत्तों में काफी अंतर होता है । शीशम के पत्ते बड़ के पत्तों की अपेक्षा बहुत छोटे आकार के होते हैं ।

बड़ व शीशम के वृक्ष प्राकृतिक रूप से ही जन्म लेते हैं । इसकी आयु भी बहुत लंबी होती है ।

लाभ तथा गुण

सुजाक रोगियों के लिए शीशम के कोमल पत्तों को लेकर इन की ठंडाई दिन में चार बार 10 दिन तक पीने से सुजाक रोग ठीक हो जाता है ।
जिन लोगों की छाती पर घाव हो गया हो तो शीशम के पत्तों का काढ़ा बनाकर उसे अच्छी तरह साफ करके फिर पत्तों की लुगदी बनाकर उस पर बांध दें । एक सप्ताह एक ऐसा उपचार करने से घाव ठीक हो जाएगा ।

बवासीर के रोगियों के लिए

शीशम के पतों का अरक निकालकर दिन में दो बार 10 दिन तक पीने से बवासीर रोग ठीक हो जाता है ।

नारी प्रदर रोग का उपचार

शीशम के पत्ते और फुल 40-40 ग्राम
मिश्री 20 ग्राम
इलायची 40 ग्राम
काली मिर्च 15 नग

इन सब को कूट-पीसकर दिन में दो बार सुबह सोते समय ठंडे पानी के साथ सेवन करने से नारी का प्रदर 15 दिन के सेवन से ठीक हो जाता है ।

Rosewood

rosewoodRosewood tree large tree, as it is much larger. But there is a vital difference between the two cards. Rosewood leaves are of much smaller size than large leaves.

Large and rosewood trees are delivered naturally. Its age is too long.

Advantages and Properties

For patients with gonorrhea rosewood tender leaves of these four times a day for 10 days by drinking Thandai disease gonorrhea is cured.
If those who had chest wounds rosewood decoration of leaves and leaves him well clear of the pulp with a tie on it. It will be a long healing wound.

For patients with hemorrhoids

Rosewood addresses Arak out twice a day for 10 days by drinking cures hemorrhoids is.

Leucorrhoea treatment of women

Full rosewood leaves and 40-40 g
Sugar               20g
Cardamom     40g
Pepper             15 nos

All these pseudo-ground twice a day, at bedtime the morning with cold water intake blennelytria woman gets 15-day intake.

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