“Peanut (मूंगफली)” Properties and Advantages in Ayurveda

मूंगफली

peanut1भारत के रेतीले तथा गर्म क्षेत्रों में मूंगफली काफी पैदा होती है । गरीब जनता तो इसे गरीबों के बादाम के नाम से पुकारती है । सर्दियों के दिनों में तो अक्सर लोग इसे खाते नजर आते हैं ।

मूंगफली की फलियां जमीन के अंदर रहती हैं । ऊपर तो केवल इसके पत्ते रहते हैं । मुंगफली का तेल निकालकर खाने के काम में लिया जाता है ।
मूंगफली के अंदर काफी मात्रा में चिकनाई, प्रोटीन और शर्करा पाई जाती है । मूंगफली के अंदर आप को दूध और अंडे को मिलाकर मिलने वाली शक्ति से भी अधिक शक्ति प्राप्त होगी ।

गुण तथा लाभ

मूंगफली 100 ग्राम सर्दी के दिनों में खाने से शरीरिक कमजोरी दूर होती है ।

मूंगफली के सेवन से वायु रोग ठीक हो जाते हैं ।

मूंगफली से मेदे की कमजोरी दूर होकर पाचन शक्ति बढ़ती है ।

मूंगफली अधिक खाने से शरीक के अंदर गर्मी बढ़ती है । इसलिए गर्म प्रकृति के रोगियों की मूंगफली का सेवन नहीं करना चाहिए ।

Peanut

peanutQuite sandy and hot regions of India peanut arises. Poor poor almonds called it cries. Winter days seem so often people eat it.

The beans are ground peanuts inside. Its leaves are just above. Groundnuts oil is extracted and used as food.
Large amounts of fat in peanuts, proteins and sugars are found. Inside peanut milk and eggs you get more power than the power that would be combined.

Properties and Advantages

100 grams of peanuts in the winter by eating away the flesh is weak.

Air intake of peanut diseases are cured.

The weakness of the digestive power grows peanuts Mede.

Rising heat inside eating more peanuts attend. Hence warm nature of the patients should not consume peanuts.

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