“Nutmeg (जायफल)” uses for Headache, Teeth disease in Ayurveda

जायफल

nutmeg1जायफल के वृक्ष मध्यम आकार के होते हैं । यह अधिकतर पहाड़ी क्षेत्र के जंगलों में पाया जाता है । इसकी कोई फसल नहीं बोई जाती बल्कि प्रकृतिक रूप से ही इसका जन्म होता है । इसके पत्ते गुलर के समान तथा फुल महुवे की भांति और फल का नाम जमालघोटा है, जिसके अंदर अरंडी की भांति बीज निकलते हैं । यही बीज जुलाब देने का सबसे सरल और सफल साध है ।

गुण तथा लाभ

जायफल, चरपरा, गर्म, रेचक, दीपन, भारी, स्निग्ध, तीक्ष्ण फलेदकारक, कृमिनाशक कफवात निवारक तथा उदरमय शोधक है ।

जमालघोटे का तेल

अत्युग रेचक, अनाह, उदर रोग संन्यास शिरी रोग, बुखार, आमवात शोध रोग, एवं मर्दन करने से काम रोग को नष्ट करता है ।

दांतों के रोगों में

जमालघोटे को पानी में घिसकर दांतों पर मालिश करें । यह बात ध्यान रखें कि इसका जरा सा अंश भी गले से नीचे न जाए, मालिश करने से तुरंत बाद कुल्ला कर दें ।

सिरदर्द

जमालघोटा को पत्थर पर घिसकर लेप तैयार करके माथे पर लगाने से सिरदर्द ठीक हो जाता है ।

Nutmeg

nutmegNutmeg trees are of medium size. It is mostly found in the forests of the mountainous region. The crop is sown a natural, but it is the birth itself. Its leaves and fruits like boll as the full name of the croton Mhuve which like castor seeds get inside. The seed to laxatives has kept most simple and successful.

Properties and Advantages

Nutmeg, nutty, warm, laxative, deepan, bulky, aliphatic, Fledkark incisive, preventive and anthelmintic Kfwat Udrmay purifier.

Jmalgote oil

Atyug laxative, Anah, abdominal disease Shiri retire disease, fever, rheumatoid disease research, and massaging function destroys disease.

In diseases of the teeth

Jmalgote Grind in water and rub on the teeth. Keep in mind that it is not just a small portion from the neck down, massaging rinse immediately after the turn.

Headache

Grind to a paste and apply on the forehead by preparing the stone croton headache cures.

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.