बांस
बांस के बारे में यह तो प्रसिद्ध ही है कि बांस की आग पल भर में ही पुरे जंगल में फैल जाती है । बांस के पौधे लंबे कद के उंचे और लात की भांति तने खड़े रहते हैं । भारत में लट्ठ बाजी का अपना ही एक स्थान है और यह लट्ठ हमें बांस द्वारा ही प्राप्त होते हैं । इसी बांस से वंशलोचन निकलता है । कभी-कभार बांसों से चावल भी निकलता है जो खाने के काम जाता है ।
गुण तथा लाभ
बांस का स्वाद खट्टा कसैला, शीतल, खारक स्वादिष्ट, छेदक, भेदक तथा कफ रक्तविकार, पित्त, कुष्ठशोध, व्रण, मुत्र्कुच्छ, प्रमेह, अर्श जैसे रोगों को दूर करने में सहयोग देता है ।
कफ-पित्त रोगों का उपचार
ऐसे रोगियों के लिए बांस के चावल दो समय खिलाने से ये रोग तो जाते ही हैं, साथ में शरीर में नई शक्ति आती है ।
बांस का उपयोग लट्ठ बनाने तथा चारपाई बनाने में भी किया जाता है ।
आज भी लोग गांव में लट्ठ लेकर हो चलती हैं ।
अंधों की लाठी बनकर बांस उनके जीवन का सहारा बनते हैं ।
Bamboo
Bamboo is known about it so that the entire bamboo forest catches fire in an instant. High kick like a tall bamboo plants and stems remain standing. Bamboo stick stake a place in India’s own and are received by bamboo us. The bamboo leaves Vanshlochan. Which sometimes turns out to eat bamboo rice is working.
Properties and Advantages
Bamboo astringent taste sour, soft, delicious Khark, penetrative, clairvoyant and cough haemopathy, bile, Kushtsod, ulcer, Mutrkuchc, gonorrhea, contributes in eliminating diseases such as haemorrhoids.
Cough-Pitta diseases treatment
Bamboo rice feeding time for these patients are known to have the disease, the body with new strength comes.
The use of bamboo is used to make the bed and make Ltt.
Today people are moving to the village Ltt.
Bamboo sticks as blindly resort to their life are formed.