सरफींका
यह बूटी प्राकृतिक रूप से ही पहाड़ी क्षेत्रों में जन्म लेती है । इस पर लाल रंग के छोटे-छोटे फुल आते हैं, जो बाद में फलियों का रूप धारण कर लेते हैं । उनमें से सफेद रंग के फल निकलते हैं ।
लाभ
सरफोंक की जड़ को हुक्के की चिलम में भर कर पीनसे से सांस का रोग नष्ट हो जाता है, इसके पौधे की पहचान के लिए चित्र देखें ।
सरफोंका इन रोगों को दूर करने में काफी लाभकारी सिद्ध हुआ है – युकृत, गुल्म, विष विकार, रुधिरविकार, कास, स्वास, ज्वर, कृमि तथा वात रोग आदि ।
Sarfinka
This herb is naturally born in the mountainous regions. The small red full come later take the form of beans.
Among them get white fruit.
Benefit
Sarfonk Pinse root hookah pipe filled in respiratory disease is destroyed, see picture to identify the plants.
Sarfonka to overcome these diseases has proved quite beneficial – Yukrit, tumor, gall disorders, Rudirvikar, racy, breath, fever, worms and rheumatic diseases.