Medicinal use of Sahdai “सहदेई” in Fever, Eye Disease and Headache

सहदेई

सहदेई एक बूटी है जो प्राकृतिक रूप से जन्म लेती है । इसके पत्ते पुदीने और तुलसी जैसे होते हैं । इस पर सफेद फुल आते है । यह अधिकार पहाड़ी तलहटियों में पाई जाती है ।

गुण तथा लाभ

सहदेई की लुगदी में पारा पाया जाता है । पुराने बुखार के लिए सहदेई के पत्ते काली मिर्च के साथ पीसकर खाएं तो बुखार से मुक्ति मिलेगी ।

सिरदर्द हो तो सहदेई के पत्ते को उबालकर माथे पर बांध लें । सिर दर्द जाता रहेगा ।

लकबा रोग में सफेद सहदेई के फुल तथा काली सहदेई के पत्ते को उबालकर सिर पर बांधने से काजल का जोर कम हो जाता है ।

सहदेई के पत्तों का काजल बनाकर आंखों में लगाने से आंखों के रोग ठीक हो जाते हैं ।

Sahdei

Sahdei is a herb which is naturally born. Its leaves are like mint and basil. Come on this is full white. These rights are found in the mountainous foothills.

Properties and Advantages

Sahdei of mercury are found in the pulp. Sahdei for chronic fever leaves with pepper fever will be released from the ground to eat.

Boil the leaves tied to the forehead headache Sahdei stay. Shall headache.

Lkba disease full of white and black Sahdei boiled leaves and tie it on the head of mascara is a little more focused.

Sahdei leaves eyes by applying mascara eye diseases are cured.

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