“Amaranth (चौलाई)” beneficial for stomach ailments, fire burn

चौलाई

chaulaiचौलाई का साग बनाकर अधिक लोग खाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए । यह हरी-भरी सब्जी किसी के बोने से पैदा नहीं होती बल्कि अपने-आप ही प्राकृतिक रूप से पैदा होती है । परंतु फिर भी लोग अपने पेट के लिए इसका व्यापार करते हैं ।

गुण तथा लाभ

पेट रोगों के लिए

चौलाई के साग को बारीक काटकर 30-40 ग्राम रस निकाल लें फिर उसमें 5 ग्राम सुहागा पीसकर छोड़े और हिलाकर पी लें ।

चौलाई का साग बनाकर उसमें 2 ग्राम पांचो नमक पीसकर मिलाएं । यह साफ़ रोजाना नियम से खाली पेट एक मास तक खाते रहें तो पेट रोग ठीक हो जाएंगे ।

आग से जलने पर

चौलाई का रस निकालकर जले हुए भाग पर लगाने से आराम आता है ।

सांप-बिच्छु काटने पर

चौलाई की जड़ और बराबर की काली मिर्च चावल के धोवन के साथ मिलाकर पीने से हर प्रकार का जहर ठीक हो जाता है ।

Amaranth

chaulai1Amaranth greens health to make people eat more. It’s a green vegetable planting, but do not develop on its own naturally arises. But still people do business to your stomach it.

Properties and Advantages

For stomach ailments

30-40 grams of fine cut and squeeze the juice of amaranth greens again and moving it 5 grams borax powder drink left.

Amaranth greens, create five salt Grind Mix 2 grams. Clear rules of the daily fasting stomach diseases will continue to account for one month.

Fire burns

Amaranth juice and apply on the burnt part comes to rest.

Snakes and scorpions bite

Amaranth equivalent of root and black pepper mixed with rice water to drink every type of poison is cured.

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