“Khas (खस)” benefits for third day fever and headache

खस

संस्कृत नाम – मुशीर

khaskhasखस गांडर एक घास की जड़ है | गांडर घास जड़ को खस कहते है | इसकी तासीर ठंडी है | अनेक गुणों वाली खस निम्नलिखित रोगों को ठीक करने में सफल मानी जाती है :

पित्त, ज्वर, रक्त विकास तथा कृमि विष को नष्ट करने वाला है |

गर्मी से बचने के लिए लोग इसकी चिकें खसखस की टट्टियां बनाकर घरों के दुवारों पर तथा तथा खिडकियों पर टांग देते है |

खस का चुरा पिडोर, मिट्टी तथा कपूर एक कपडे की एक पोटली में रखकर गुलाब-जल में भिगोकर सूंघने से सर दर्द दूर हो जाता है |

तीसरे दिन का बुखार

खस धनियां, नागरमोथा, लाल चंदन और सोंठ इक सबको मिलाकर काढ़ा तैयार करें और शहद मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करने से दस दिन में रोगी पूर्ण रूप से ठीक हो जाता है |

Khas

Sanskrit name – Mushir

khaskhas1Gander is a grass root khas. Khas grass root called Gander. It’s freezing injunctions. The versatile khas is considered successful in curing the following:

Bile, fever, blood D worm is going to destroy the toxin.
To avoid the heat, people making Ciken Tttiaan and hanging it on the wall and windows of the house.

To khas Pidor steals, soil and placing it in a bundle of clothes Kapoor

Soaked in rose water smell headache goes away.

Third day fever

Khas coriander, nut grass, red sandalwood and ginger and honey collected Taken together, ready to brew a day thrice in ten days the patient is fully cured.

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